नाम ना जाने, धाम ना जाने ।
जाने ना सेवा पूजा ।
जाने बस इतना अजान हम ।
एक बिना नहीं दूजा, नहीं दूजा ॥
तुम आशा विश्वास हमारे ।
तुम धरती आकाश हमारे ।
तुम धरती आकाश हमारे, रामा ॥
तुम आशा विश्वास हमारे ।
तुम धरती आकाश हमारे ।
तुम धरती आकाश हमारे, रामा ॥
तात मात तुम, बंधू भ्रात हो ।
दिवस रात्रि, संध्या प्रभात हो ।
दीपक सूर्य चन्द्र तारक में, रामा ।
तुम ही ज्योति प्रकाश हमारे, रामा ॥
तुम आशा विश्वास हमारे ।
तुम धरती आकाश हमारे ।
तुम धरती आकाश हमारे, रामा ॥
साँसों में तुम आते जाते ।
एक तुम ही से हैं सब नाते ।
जीवनवन के हर पतझर में, रामा ।
एक तुम ही मधुमास हमारे, रामा ॥
तुम आशा विश्वास हमारे ।
तुम धरती आकाश हमारे ।
तुम धरती आकाश हमारे, रामा ॥
तुम ही सब में हैं तुम में सब ।
तुम ही भव हो, हो तुम ही रब ।
अश्रु हमारी आँखों में तुम, रामा ।
तुम होठों पर हास हमारे, रामा ॥
तुम आशा विश्वास हमारे ।
तुम धरती आकाश हमारे ।
तुम धरती आकाश हमारे, रामा ॥
तुम आशा विश्वास हमारे ।
तुम धरती आकाश हमारे ।
तुम धरती आकाश हमारे, रामा ॥