तुम्हीं मेरे मंदिर, तुम्हीं मेरी पूजा, तुम्हीं देवता हो, तुम्हीं देवता हो ।
कोई मेरी आँखों से देखे तो समझे, कि तुम मेरे क्या हो, कि तुम मेरे क्या हो ॥
तुम्हीं मेरे मंदिर, तुम्हीं मेरी पूजा, तुम्हीं देवता हो, तुम्हीं देवता हो ॥
जिधर देखती हूँ उधर तुम ही तुम हो, न जाने मगर किन खयालों में गुम हो ।
मुझे देखकर तुम ज़रा मुस्कुरा दो, नहीं तो मैं समझूँगी, मुझसे ख़फ़ा हो ॥
तुम्हीं मेरे मंदिर, तुम्हीं मेरी पूजा, तुम्हीं देवता हो, तुम्हीं देवता हो ॥
तुम्हीं मेरे माथे की बिंदिया की झिल-मिल, तुम्हीं मेरे हाथों के गजरों की मंज़िल ।
मैं हूँ एक छोटी-सी माटी की गुड़िया, तुम्हीं प्राण मेरे, तुम्हीं आत्मा हो ॥
तुम्हीं मेरे मंदिर, तुम्हीं मेरी पूजा, तुम्हीं देवता हो, तुम्हीं देवता हो ॥
बहुत रात बीती चलो मैं सुला दूँ, पवन छेड़े सरगम मैं लोरी सुना दूँ ।
तुम्हें देखकर यह ख़याल आ रहा है, कि जैसे फ़रिश्ता कोई सो रहा है ॥
तुम्हीं मेरे मंदिर, तुम्हीं मेरी पूजा, तुम्हीं देवता हो, तुम्हीं देवता हो ॥