ओ पालनहारे


ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे, तुमरे बिन हमरा कौनो नाहीं ।

हमरी उलझन, सुलझाओ भगवन, तुमरे बिन हमरा कौनो नाहीं ॥


तुम्हीं हमका हो संभाले, तुम्हीं हमरे रखवाले ।

तुमरे बिन हमरा कौनो नाहीं, [तुमरे बिन हमरा कौनो नाहीं ॥


चन्दा में तुम्हीं तो भरे हो चांदनी. सूरज में उजाला तुम्हीं से ।

ये गगन है मगन, तुम्हीं तो दिए हो इसे तारे ।

भगवन ये जीवन, तुम्हीं ना संवारोगे, तो क्या कोई सँवारे ॥


ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे, तुमरे बिन हमरा कौनो नाहीं ।

हमरी उलझन, सुलझाओ भगवन, तुमरे बिन हमरा कौनो नाहीं ॥


जो सुनो तो कहे, प्रभुजी हमरी है बिनती, दुखी जन को, धीरज दो ।

हारे नहीं वो कभी दुखसे, तुम निर्बल को रक्षा दो ।

रह पाएं निर्बल सुख से, भक्ति को, शक्ति दो ।

भक्ति को, शक्ति दो, जग के जो स्वामी हो, ।

इतनी तो अरज सुनो, हैं पथ में अंधियारे, दे दो वरदान में उजियारे ॥


ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे, तुमरे बिन हमरा कौनो नाहीं ।

हमरी उलझन, सुलझाओ भगवन, तुमरे बिन हमरा कौनो नाहीं ॥


ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे, तुमरे बिन हमरा कौनो नाहीं ।

हमरी उलझन, सुलझाओ भगवन, तुमरे बिन हमरा कौनो नाहीं ॥