तू प्यार का सागर है


तू प्यार का सागर है, तेरी एक बूँद के प्यासे हम ।

लौटा जो दिया तूने, चले जायेंगे जहां से हम ॥

तू प्यार का सागर है ॥


घायल मन का पागल पंछी, उड़ने को बेकरार ।

पंख हैं कोमल, आँख है धुंदली, जाना है सागर पार ।

अब तू ही इसे समझा, राह भूले थे कहाँ से हम ॥

तू प्यार का सागर है ॥


इधर झूम के गाए जिन्दगी, उधर है मौत खड़ी ।

कोई क्या जाने कहाँ है सीमा, उलझन आन पड़ी ।

कानों में ज़रा कह दे, कि आएं कौन दिशा से हम ॥

तू प्यार का सागर है ॥


तू प्यार का सागर है, तेरी एक बूँद के प्यासे हम ।

लौटा जो दिया तूने, चले जायेंगे जहां से हम ॥

तू प्यार का सागर है ॥