साँचा नाम तेरा, साँचा नाम तेरा ।
साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा ।
सगरा जगत है झूठा साथी, टूटे दीपक बुझ जाए बाती ।
हर रंग में तू संग में है, चाहे साँझ हो चाहे सवेरा ॥
साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा ।
मैं तुझमें खोई रे, दूजा ना कोई रे ।
जागी या सोई रे, तू एक अपना जीवन सपना ।
सगरा जगत है झूठा साथी, टूटे दीपक बुझ जाए बाती ।
मैने बिगाड़ा हर काम अपना, तूने सँवारा हर काम मेरा ॥
साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा ।
दुःख सुख की धारा, तू है किनारा ।
मनमोहन प्यारा, सब का खेवैया कृष्ण कन्हैया ।
सगरा जगत है झूठा साथी, टूटे दीपक बुझ जाए बाती ।
तोड़के ये मन मंदिर बना लूँ, हो मन के मंदिर में धाम तेरा ॥
साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा ।
साँचा नाम तेरा, साँचा नाम तेरा ।
साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा ॥